Sunday, 9 March 2014

1)हर मकसद पूरा हो
जो कोई शख्स  आयतुल शरीफ के बाद नमाज़ मगरिब के या मगरिब व इसां  नमाज़ के बीच में  2 हज़ार बार पढ़े और ग्यारह दिनों तक लगातार पढ़े इन्शा अल्लाह जो भी मकसद हो पूरा होगा। आयत मुबारक यह है

आयत :- ( व मग्य्म यता बकल्लो अलल हेलाफ़ हुबा हसबु हू।।)  www.namannayak.com